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UPPSC RO-ARO Exam : आरओ/ एआरओ 2023 परीक्षा के पेपर लीक की शिकायत के बीच भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा से जुड़े छात्रों ने शनिवार को भी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन किया। छात्रों ने 11 फरवरी को हुई परीक्षा निरस्त कर पुन कराने और शिकायतों की उच्चस्तरीय जांच की मांग रखी। अध्यक्ष कौशल सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सचिव अशोक कुमार से वार्ताकर में छात्रों की मांगें रखीं।
छात्रों ने परीक्षा को निरस्त कर पुन कराने, जो छात्र साक्ष्य दे उसका नाम गोपनीय रखने, जिस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्न पत्र छपे है उसे तत्काल प्रतिबंधित कर जांच करने, जिन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से पूर्व प्रश्नपत्र के सील खुले थे उनको डिबार करने, आयोग की किसी परीक्षा को गृह जिले में नहीं कराने, सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे की समुचित व्यवस्था करने, आयोग की आंतरिक जांच कमेटी में एक पूर्व एवं वर्तमान न्यायाधीश को भी रखने आदि मांगें रखीं। छात्रों का दावा है कि आयोग के अधिकारियों ने वार्ता में कहा कि तीन स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है और प्रतियोगी छात्रों के साथ न्याय होगा। प्रदर्शन करने वालों में बंटी पांडे, सतीश सिंह, राघवेंद्र तिवारी, अर्चना सिंह, नरेंद्र द्विवेदी, आशीष सिंह, रेनू चौधरी आदि शामिल रहे।
पेपर लीक का साक्ष्य मांगा
11 फरवरी को हुई आरओ/एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक के आरोपों के बीच लोक सेवा आयोग ने प्रतियोगी छात्रों से साक्ष्य मांगे हैं। आयोग के उप सचिव वीरेन्द्र मणि त्रिपाठी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रारंभिक परीक्षा से संबंधित दोनों सत्रों के प्रश्नपत्रों के संबंध में कतिपय सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। यदि उक्त परीक्षा के प्रश्नपत्रों के वायरल होने के संबंध में किसी के पास प्रासंगिक प्रमाण/साक्ष्य हो तो उसकी प्रति शपथ पत्र के माध्यम से जिसमें उसका नाम, पूरा पता, मोबाइल नंबर एवं आधार नंबर अंकित हो, ई-मेल आईडी roaro2023 infor@ gmail. com पर दो मार्च तक भेज सकते हैं।
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