Wednesday, April 23, 2025
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UPPSC की भर्तियों में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए आयोग ने जारी किया अहम नोटिस


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उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एक नया नोटिस जारी कर प्रतियोगी छात्रों से 31 मार्च तक एकल अवसरीय पंजीकरण (वन टाइम रजिस्ट्रेशन या ओटीआर) पूरा करने की अपील की है। उप सचिव विनोद कुमार गौड़ ने साफ किया है कि एक अप्रैल के बाद सभी विज्ञापनों में ओटीआर अनिवार्य होगा। जिन परीक्षाओं में ऑनलाइन आवेदन किया जा चुका है तथा मुख्य परीक्षा का आयोजन भविष्य में होना है, उन अभ्यर्थियों को भी मुख्य परीक्षा का आवेदन ओटीआर के आधार पर करना होगा। जैसे 23 से 25 मई तक होने जा रही पीसीएस-जे 2022 की मुख्य परीक्षा के लिए सफल अभ्यर्थियों को ओटीआर पर आवेदन करना होगा। ओटीआर की प्रक्रिया आयोग की वेबसाइट www.uppsc.up.nic.in पर क्लिक करके पूरी की जा सकती है।

एक बार अपनी सूचनाएं देने के बाद छात्र-छात्राओं को यूनिक ओटीआर नंबर मिल जाएगा जिसके बाद उसी के आधार पर ही भर्ती के लिए एक क्लिक में आवेदन कर सकेंगे। 

अधिकतम आयु सीमा पूरी करने पर हो जाएंगे बाहर

ओटीआर के माध्यम से आयोग अभ्यर्थियों का जो डाटा एकत्र कर रहा है उसमें से ऐसे अभ्यर्थी अपनेआप बाहर हो जाएंगे जिनकी अधिकतम आयु सीमा पूरी हो गई है। सामान्य व आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की अलग-अलग आयु सीमा निर्धारित है। उदाहरण के तौर पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की आयु 40 वर्ष पूरी हो गई है जो उसका डाटा अपनेआप हट जाएगा क्योंकि वह भविष्य की भर्तियों के लिए आवेदन नहीं कर सकता।

ओटीआर के फायदे

– अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के लिए अपनी शैक्षिक अर्हता एवं मूलभूत सूचनाओं से संबंधित अभिलेख का विवरण बार-बार भरने की आवश्यकता नहीं होगी।

– नए आवेदन पत्र भरने में समय की बचत के साथ अभ्यर्थियों के धन की भी बचत होगी।

– मूलभूत सूचनाओं को संशोधन करने का पर्याप्त अवसर मिलेगा जिससे न्यूनतम त्रुटियों की संभावना होगी।

– अगर समीक्षा के दौरान कोई गलती होती है तो उसको छात्र स्वयं ही ठीक कर सकते हैं।

– जल्दबाजी में गलत सूचना भरने के कारण या अंतिम समय में तकनीकी परेशानियों से निजात मिलेगी।

– पूर्व में बहुत सारे अभ्यर्थी एक ही परीक्षा के लिए कई फार्म भर देते थे जिससे सरकार को आर्थिक हानि होती थी और गड़बड़ी की भी आशंका बनी रहती थी।

– इसके पूर्व बहुत सारे अभ्यर्थी परीक्षाओं में आरक्षण का अनुचित लाभ लेने के लिए कूटरचित तरीके से अलग-अलग जाति का उल्लेख करके आवेदन कर देते थे। ओटीआर में यह आशंका भी नहीं रहेगी। 



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