UPSC की परीक्षा में हर कोई अच्छी रैंक लाना चाहते हैं, ताकि IAS का पद मिल जाए। हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा देते हैं, जिनमें से कुछ ही अपनी मनचाही रैंक हासिल कर पाते हैं। आज हम आपको डॉ. अक्षिता गुप्ता के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने पहले प्रयास में 69वीं रैंक के साथ UPSC 2021 की परीक्षा पास की है। आइए जानते हैं क्या थी उनकी तैयारी की स्ट्रेटजी।
यूपीएससी की परीक्षा देने से पहले अक्षिता गुप्ता ने MBBS की डिग्री ली थी। उन्होंने अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए बताया, “मैंने अपने ऑप्शनल में अच्छा स्कोर किया था, क्योंकि मैं रोजाना रिवीजन करती थी। स्मार्ट रिवीजन इस परीक्षा को पास करने में सबसे जरूरी कड़ी है”
आईएएस अधिकारी कहती हैं, उन्होंने अपने ऑप्शनल विषय में 500 में से 299 अंक हासिल किए हैं। बता दें, उनका ऑप्शनल विषय मेडिकल साइंस था।
पंचकुला, हरियाणा की रहने वाली अक्षिता गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, चंडीगढ़ में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। कॉलेज के थर्ड ईयर में उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर द थी। बता दें, उन्होंने ऑप्शनल विषय की पूरी तैयारी खुद से की थी।
ऐसे की थी अक्षिता ने UPSC की तैयारी
जिस समय अक्षिता यूपीएससी की तैयारी कर रही थी, उस समय वह इंटर्नशिप भी करती थी। उन्होंने कहा, “मैं दो महीने मेरे लिए बहुत बिजी थी। मैं अस्पताल जाती थी और फिर पढ़ाई करता थी। मेरा ऑप्शनल पेंडिंग था। मैंने प्रीलिम्स के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन मुझे लगा कि मेन्स मेरे बस की बात नहीं है। सब कुछ बिखर रहा था,”
आईएएस अधिकारी अस्पताल में 14 घंटे की नौकरी के बीच 15 मिनट के ब्रेक के बीच पढ़ाई किया करती थी। मेन्स में अपनी ऑप्शनल परीक्षा के लिए, उन्होंने ऐसे विषय तैयार किए जिनमें सर्जरी और शरीर रचना जैसे टॉपिक्स शामिल थे।
उन्होंने कहा, “मैंने अपनी सभी मेडिसिन की किताबें लीं और यूपीएससी सिलेबस से संबंधित पन्ने फाड़ दिए। अपनी किताबों को फाड़ना दर्दनाक था, लेकिन मैं जानती थी मैं अच्छे के लिए कर रही हूं। मैंने सभी पन्ने लिए, उन्हें स्टेपल किया और चैप्टर बनाए ताकि मुझे हर चीज के लिए नोट्स न बनाने पड़ें। इस तरह, मैंने ऑप्शनल मेडिकल साइं की तैयारी की,”
उन्होंने आगे कहा, “बाकी विषयों के लिए, मैंने एक टेस्ट सीरीज का पालन किया। जिसमें आप एक विषय तैयार करते हैं और उस विषय का टेस्ट देते हैं। इससे मुझे तीन महीने में सिलेबस पूरा करने में मदद मिली,”
राइटिंग में किया सुधार
अक्षिता ने बताया, “मेरे सामने एक और चुनौती थी, अपनी राइटिंग पर सुधार करना क्योंकि डॉक्टर खराब लिखावट के लिए जाने जाते हैं”
IAS अक्षिता ने दिए टिप्स
– उन्होंने कहा अगर कोई किताब, बुकलेट या करंट अफेयर्स पत्रिका है, तो मेरे पास इसे सीखने के लिए तीन तरह की स्ट्रेटजी होती थी। जो इस प्रकार है
– रीडिंग
– अंडरलाइनिंग
– महत्वपूर्ण प्वाइंट्स
– मुख्य परीक्षा की तैयारी करते समय, अक्षिता सुझाव देती हैं कि प्रत्येक विषय के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों को एक साफ पतले रजिस्टर में लिखें। ताकि आप परीक्षा से कुछ दिन आसानी से रिवीजन कर सके।
– उन्होंने कहा, “जब आप अपना दिन शुरू करते हैं, तो आपने पिछले दिन जो सीखा है उसे रिवाइज करें। ऐसा करने पर आपकी तैयारी और मजबूत होगी। रिवीजन इस परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत जरूरी है। यदिए उम्मीदवार जो पांच विषयों की पढ़ाई कर रहा है, लेकिन एक बार भी रिवीजन नहीं कर रहा है, तो ऐसी स्थिति में उसके पास कुछ भी याद रखने की संभावना कम है। अपना सिलेबस न्यूनतम रखें, लेकिन रिवीजन ज्यादा से ज्यादा करें।
उम्मीदवार फंस जाते हैं नौकरी और पढ़ाई के चक्कर में
अक्षिता के अनुसार उम्मीदवार एक गलती यह करते हैं कि वे अपनी नौकरी के दौरान परीक्षा की तैयारी शुरू कर देते हैं और उसी साल परीक्षा देने का प्रयास करते हैं।
वह सुझाव देती हैं कि परीक्षा में शामिल होने से पहले – भले ही इसमें दो से तीन साल लग जाएं। पहले सिलेबस को अच्छी तरह से समझ लें। परमानेंट नौकरी वाले भी यूपीएससी की परीक्षा पास कर सकते हैं यदि वे प्रतिदिन चार से पांच घंटे तैयारी में लगाएं।