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UPSC Success Story 2023: यूपीएससी के लाखों उम्मीदवार हर साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का प्रयास करते हैं। सलोनी वर्मा उन उम्मीदवारों में से थीं, जिन्होंने भारत की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी के दौरान किसी कोचिंग की मदद नहीं ली और रैंक 70 के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। आइए जानते हैं उनकी तैयारी के बारे में।
सलोनी वर्मा झारखंड के जमशेदपुर की रहने वाली हैं, हालांकि, उन्होंने मुख्य रूप से दिल्ली में पढ़ाई की। ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए पढ़ाई शुरू कर दी थी। यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने कोई कोचिंग क्लास नहीं ली थी। सेल्फ स्टडी के सहारे ही उन्होंने इस परीक्षा का पास किया था।
क्या यूपीएससी के लिए जरूरी है कोचिंग लेना?
सलोनी ने सलाह देते हुए कहा, कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए दौरान उम्मीदवारों को अपनी क्षमता के बारे में पता होना चाहिए। उनका मानना है कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए कोचिंग में पढ़ना अनिवार्य नहीं है। हालांकि उनका मानना है कि अगर किसी को नहीं पता कि तैयारी कब और कहां से शुरू करनी है तो गाइडेंस के लिए वह उम्मीदवार कोचिंग ज्वाइन कर सकते हैं।
अपने पहले प्रयास में असफल होने के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की दिशा में काम करती रहीं। उनका मानना है कि हर दिन बिना असफल हुए पढ़ाई करने का प्रयास करना चाहिए।
आईएएस सलोनी का मानना है कि सफलता के लिए दृढ़ता, अच्छी योजना, रिविजन, आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस और पॉजिटिव दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपनी यूपीएससी की तैयारी, कॉलेज के तीसरे वर्ष में शुरू की थी।
उन्होंने सोचा कि वह 2019 तक परीक्षा पास कर लेगी जब वह अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने वाली थी। उन्होंने एक बार एक इंटरव्यू में शेयर किया था, “प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा एक साथ तैयार करें और मुख्य पर अधिक ध्यान केंद्रित करें क्योंकि प्रारंभिक की तुलना में इसका सिलेबस ज्यादा बड़ा है।”