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IAS कनिष्क कटारिया ने पहले ही प्रयास में UPSC AIR 1 हासिल की। जैसे ही उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की, उनकी सफलता की कहानी कई उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा बन गई। वह 2019 बैच के IAS अधिकारी हैं और वर्तमान में राजस्थान में सब डिविजनल अधिकारी (SDO) के पद पर कार्यरत हैं। आइए जानते हैं उन्होंने कैसे की थी तैयारी।
जानें- कनिष्क की शैक्षणिक योग्यता
IAS कनिष्क जयपुर, राजस्थान के मूल निवासी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा कोटा के सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पूरी की। जिसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,
बॉम्बे में प्रवेश लिया, जहां से उन्होंने कंप्यूटर साइंस एंड माइनर्स इन एप्लाइड स्टैटिस्टिक्स में बी.टेक ऑनर्स की डिग्री ली। IIT में एडमिशन लेने से पहले IIT JEE में 44 वीं रैंक हासिल की थी।
ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी होने के बाद, कनिष्क कटारिया ने अपने करियर की शुरुआत साउथ कोरिया की जानी-मानी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग में डेटा साइंटिस्ट के तौर पर की थी। कुछ साल बाद वे भारत लौट आए और बेंगलुरु में एक अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी से जुड़ गए। कनिष्क कटारिया इस नौकरी से बहुत अच्छी सैलरी कमा रहे थे, लेकिन वह कहीं न कहीं अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं थे, जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया। बता दें, उन्होंने यूपीएससी के पहले ही प्रयास में पहली रैंक हासिल की थी।
यूपीएससी क्लियर करने के बाद, आईएएस कनिष्क ने इंटरव्यू में अपनी तैयारी की रणनीतियों के बारे में कुछ टिप्स शेयर किए थे। जिसमें उन्होंने बताया, उनकी रणनीति का मुख्य बिंदु सोशल मीडिया का उपयोग बंद करना था। उन्होंने 7 से 8 महीने तक दिल्ली में कोचिंग भी ली और फिर सेल्फ स्टडी के लिए घर लौट आए थे।
UPSC की परीक्षा में कनिष्क कटारिया ने हासिल किए थे इतने मार्क्स
आईएएस कनिष्क ने यूपीएससी में पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की और पहली रैंक हासिल की। उन्होंने UPSC CSE में 55.35% अंक हासिल किए। अंकों के अनुसार, उन्होंने कुल 2025 अंकों में से कुल 1121 अंक प्राप्त किए थे। कनिष्क ने लिखित परीक्षा में 942 अंक और इंटरव्यू में 179 अंक सहित सिविल सेवा परीक्षा में कुल मिलाकर 1121 अंक प्राप्त किए थे।
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