Home Education & Jobs UPSC में 236वीं रैंक लाने के बाद IAS अंकिता ने ऐसे हासिल किया था दूसरा स्थान, फॉलो की थी ये स्ट्रेटजी

UPSC में 236वीं रैंक लाने के बाद IAS अंकिता ने ऐसे हासिल किया था दूसरा स्थान, फॉलो की थी ये स्ट्रेटजी

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UPSC में 236वीं रैंक लाने के बाद IAS अंकिता ने ऐसे हासिल किया था दूसरा स्थान, फॉलो की थी ये स्ट्रेटजी

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UPSC Success story: यूपीएससी की परीक्षा में पास होना मुश्किल है, वहीं अगर आपकी इस परीक्षा में दूसरी रैंक आ जाए तो ये सोने पर सुहागा होगा। आज हम बात कर रहे  हैं, यूपीएससी 2021 की टॉपर अंकिता अग्रवाल की, जिन्होंने इस परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की थी। आइए जानते हैं अंकिता ने कैसे की थी तैयारी और क्या थी उनकी स्ट्रेटजी।

अंकिता के लिए यूपीएससी की परीक्षा में दूसरी रैंक लाना आसान नहीं था। यूपीएससी के तीसरे प्रयास में उन्होंने ये रैंक हासिल की थी। कोलकाता की रहने वाली अंकिता ने अपनी स्कूली शिक्षा कोलकाता में पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री ली। UPSC परीक्षा में उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल साइंस एंड इंटरनेशनल रिलेशन था।

अंकिता ने तीन बार यूपीएससी परीक्षा दी थी।  ये तीन साल  2019, 2020 और 2021 थे। उन्होंने 2019 में 236 रैंक हासिल की थी। वह शुरू से IAS ऑफिसर बनना चाहती थी, जिसके बाद उन्होंने साल 2021 में यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया। अंकिता का कहना है कि उनके IAS बनने के सपने को पूरा करने में उनके परिवार ने उनका बहुत साथ दिया है। उन्होंने कभी भी उस पर अपने सपनों का बोझ नहीं डाला और न ही उसे कठिन पढ़ाई करने के लिए मजबूर किया।

ऐसे शुरू की थी यूपीएससी की तैयारी

अंकिता अग्रवाल ने अपने कॉलेज के सेकंड ईयर में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के बारे में सोच लिया था, हालांकि वह उस समय वह पूरी तरह से श्योर नहीं थीं, इसलिए उन्होंने एक साल तक प्राइवेट सेक्टर में काम किया और फिर IAS परीक्षा की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में कुल 1050 मार्क्स के साथ दूसरी रैंक हासिल की। बता दें, अंकिता ने 2018 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।

ये थी अंकिता की स्ट्रेटजी

– यूपीएससी की स्ट्रेटजी  के बारे में पूछे जाने पर अंकिता अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने सेल्फ स्टडी के साथ-साथ कोचिंग के माध्यम से तैयारी की। उनका मानना ​​है कि एक यूपीएससी के उम्मीदवार की तैयारी के दौरान सेल्फ स्टडी और कोचिंग दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।  

– यूपीएससी की तैयारी के दौरान उन्होंने बेसिक किताबों को तो पढ़ा ही, साथ ही खुद को करेंट अफेयर्स से अपडेट रखा।

– उन्होंने बताया, मैं पढ़ाई के लिए दिन में 8 से 12 घंटे देती थी।

– करेंट अफेयर्स के लिए वह अखबार और मंथली मैगजीन पढ़ती थी।

– अंकिता अपने नोट्स कंप्यूटर पर बनाए क्योंकि नोट्स को डिजिटल रूप से  संभाल कर रखना आसान है। वह कई सोर्सेज से पढ़ती और उन्हें अपनी भाषा में ट्रांसलेट करती थी, ताकि बाद में समझने में आसानी हो।

– अपनी तैयारी मजबूत करने के लिए उन्होंने कई टेस्ट सीरीज भी सॉल्व की है।

– तैयारी के लिए घंटों की संख्या गिनने के बजाय वह परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक से अधिक घंटे देती थी।

– इसी के साथ उन्होंने रिविजन के समय किसी भी नई किताब को नहीं पढ़ा था। उनका मानना था कि लास्ट समय में किसी नई किताब यानी नए सोर्स से पढ़ना, समय का बर्बादी है।

 

 

 

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