Home Education & Jobs UPSC सिविल सर्विस परीक्षाओं के प्रयासों की संख्या बढ़ाने की फिर से उठी मांग,19 दिसंबर को उम्मीदवार करें प्रोटेस्ट

UPSC सिविल सर्विस परीक्षाओं के प्रयासों की संख्या बढ़ाने की फिर से उठी मांग,19 दिसंबर को उम्मीदवार करें प्रोटेस्ट

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UPSC सिविल सर्विस परीक्षाओं के प्रयासों की संख्या बढ़ाने की फिर से उठी मांग,19 दिसंबर को उम्मीदवार करें प्रोटेस्ट

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यूपीएससी के उम्मीदवार एक बार फिर यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षाओं के प्रयासों की संख्या बढ़ाने के लिए अपनी मांगों को उठाने के लिए एक साथ सामने आ रहे हैं।

उनका कहना है कि कोविड महामारी ने उनकी तैयारी और पढ़ाई को प्रभावित किया है। कई उम्मीदवार पिछले दो वर्षों से UPSC CSE परीक्षा देने में असमर्थ थे, यूपीएससी परीक्षा के लिए आयु में छूट की मांग कर रहे थे और दावा कर रहे थे कि भारत में कोविड लहर के कारण उन्होंने दो महत्वपूर्ण साल खो दिए हैं। ऐसे में वह चाह रहे हैं, उम्मीदवारों को परीक्षा देने का एक और मौका दिया जाए।

उम्मीदवारों ने 19 दिसंबर को एक विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है और सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर करने पर भी विचार कर रहे हैं। वहीं उम्मीदवार सोशल मीडिया के माध्यम से अपने बात रख रहे हैं।

बता दें, इससे पहले मार्च में, शीर्ष अदालत ने सरकार को अपना विचार बदलने और CSE उम्मीदवारों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और सभी उम्मीदवारों को आयु में छूट के साथ एक अतिरिक्त प्रयास देने की सिफारिश की थी। उम्मीदवार बताते हैं कि साल 2021 में यूपीएससी मेन्स परीक्षा के लिए हजारों उम्मीदवार परीक्षा केंद्रों पर एकत्र हुए थे, तब भी कोविड-19 के नियुम लागू थे। छात्रों और उनके परिवारों का स्वास्थ्य खतरे में था। कोविड पॉजिटिव पाए गए छात्रों को परीक्षा देने से रोक दिया गया और उनके लिए अलग से कोई व्यवस्था भी नहीं की गई।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है  #UPSCExtraAttempt2023

सोशल मीडिया पर #UPSCExtraAttempt2023 ट्रेंड कर रहा है। उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के प्रयासों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। एक छात्र ने ट्विटर पर लिखा, “दुख को वापस नहीं लिया जा सकता लेकिन उसकी भरपाई की जा सकतीहै”

 

 

वहीं एक और उम्मीदवार ने लिखा, ‘महोदया कृपया महामारी के बाद #UPSC परीक्षा में आयु में छूट और अतिरिक्त प्रयास के संबंध में हमारी मदद करें। हम 2 साल से संघर्ष कर रहे हैं…फिर भी सरकार अड़ी हुई है’

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