आयोग की तरफ से इस बार पिछले 7 वर्षों से ज्यादा बैकेंसी निकाली गई है। 2022 की बात करें तो आयोग की तरफ से 1101 पदों पर नियुक्तियां की गई थी। वहीं, 2021 में 712, 2020 में 796, 2019 में 896, 2018 में 782, 2017 में 980, जबकि 2016 में 1079, 2015 में 1164, 2014 में 1364 पदों पर भर्तियां गई थी।
इस तरह डिसाइड होगा एग्जाम सेंटर
आयोग की तरफ से कहा गया है कि सभी शहरों के एग्जाम सेंटर्स पर अभ्यर्थियों की संख्या सीमित है। ऐसे में जो अभ्यर्थी जैसे आवेदन करेंगे। उन्हें हिसाब से एग्जाम सेंटर आवंटित किया जाएगा। अगर कोई अभ्यर्थी आखिरी तारीख अप्लाई करता है तो उसका एग्जाम सेंटर उसी हिसाब से डिसाइड किया जाएगा।
आपको बता दें कि यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में एक माना जाता है। इस परीक्षा में हर वर्ष करीब 8 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन करते हैं, लेकिन चयन सिर्फ कुछ ही अभ्यर्थियों का होता है। यही वजह है कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी अन्य के लिए मिशाल बन जाते हैं।
यूपीएससी के सिविल सर्विसेज पदों पर अभ्यर्थियों का चयन प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है। फाइनल मेरिट तीनों परीक्षाओं के अंकों को मिलाकर तैयार किया जाता है। बता दें कि 2023 के लिए आवेदन की प्रक्रिया खत्म हो गई है। वहीं, फॉर्म में करेक्शन करने की आखिरी तारीख 28 फरवरी रखी गई थी।
यूपीएससी 2023 की सिविल सर्विसेज परीक्षा 28 मई को संभावित है। हालांकि, मेंस परीक्षा की तारीखों का ऐलान प्रीलिम्स एग्जाम के बाद किया जाएगा। आयोग की तरफ से प्रीलिम्स परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड ऑफिशियल वेबसाइट पर एग्जाम से 10 या 15 दिन पहले जारी किया जाएगा। एडमिट कार्ड जारी होने के बाद छात्र यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट डाउनलोड कर सकेंगे।