ऐप पर पढ़ें
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस आईपीएस अफसर बनने वाली एक और जोड़ी ने जीवनभर के लिए एक दूजे का हाथ थामने का फैसला किया है। आईएएस अफसर अंकिता पंवार और आईपीएस अफसर आयुष यादव हाल ही में सगाई के बंधन में बंध गए। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में चंडीगढ़ की रहने वाली अंकिता पंवार की 28वीं रैंक आई थी। उन्हें हरियाणा कैडर मिला है। वहीं हरियाणा के नारनौल के पास ठाठवाड़ी गांव के रहने वाले आयुष 2022 बैच के आईपीएस अफसर हैं। आयुष नांगल चौधरी विधायक डॉ. अभयसिंह यादव के भाई अमरसिंह की बेटी सरिता के बेटे हैं।
जानें अंकिता के बारे में
अंकिता मूलरूप से हरियाणा के जींद के गोसाईं गांव की रहने वाली हैं। 2013 में उन्होंने चंडीगढ़ सेक्टर-19 के स्कूल से बारहवीं कक्षा की परीक्षा नॉन मेडिकल में 97.6 प्रतिशत अंकों के साथ पास की थी। 12वीं पास करने के बाद अंकिता ने आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान बेंगलुरु में उन्हें ओरेकल इंडिया में 22 लाख के पैकेज की नौकरी मिली। उन्होंने दो साल जॉब की। जॉब सैटिस्फेक्शन न मिलने पर अंकिता ने 2019 में जॉब के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की। यूपीएससी 2020 परीक्षा में उनका चयन हो गया। उनकी 321वीं रैंक आई और उन्हें दानिक्स कैडर मिला। अंकिता ने आईएएस बनने के लिए मेनहत जारी रखी और चौथे प्रयास में 28वीं रैंक हासिल की। उन्होंने ट्रेनिंग के साथ-साथ अपनी तैयारी जारी रखी।
एक इंटरव्यू में अंकिता बताती हैं कि उन्होंने अपने पहले अटेम्प्ट के दौरान सोशल मीडिया अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिए थे। फोन भी यूज करना बहुत कम कर दिया था। अंकिता के पिता भूप सिंह हरियाणा के साइंस एंड टेक्नोलाजी विभाग से इंजीनियर के तौर पर सेवानिवृत हुए हैं।
UPSC IAS : नए अभ्यर्थियों को IRS अफसर की सलाह, 2024 की नहीं 2025 की करें तैयारी, बताया पूरा प्लान
जानें आयुष के बारे में
आयुष यादव ने एनआईटी, कुरुक्षेत्र से इलेक्ट्रानिक्स कम्युनिकेशन में इंजीनियरिग करने के बाद 2018 में यूपीएससी और स्टेट पीसीएस की तैयारी शुरू की। वह 2019 में हरियाणा लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चयनित हुए और आबकारी एवं कराधान अधिकारी बने। इसके बाद भी उन्होंने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 550वें स्थान के साथ सफलता प्राप्त की। उन्हें दानिक्स मिला। वह फिर से यूपीएससी परीक्षा 2021 में बैठे और उन्हें 430वीं रैंक मिली। इस तरह उन्होंने अपने आईपीएस अधिकारी बनने का सपना साकार किया।