Home World US-China Tension: ताइवान में चार गुना अधिक सैनिकों की तैनाती कर रहा अमेरिका, चीन से युद्ध की रख गई नींव?

US-China Tension: ताइवान में चार गुना अधिक सैनिकों की तैनाती कर रहा अमेरिका, चीन से युद्ध की रख गई नींव?

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US-China Tension: ताइवान में चार गुना अधिक सैनिकों की तैनाती कर रहा अमेरिका, चीन से युद्ध की रख गई नींव?

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China-US Tension: साउथ चाइना सी, ताइवान समेत कई मुद्दों पर चीन और अमेरिका लंबे समय से आमने-सामने की स्थिति में है। इन दिनों अमेरिका ताइवान को लेकर बड़ा कदम उठा रहा है। दरअसल, चीन से बढ़ते खतरे के बीच ताइवान की सेना के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए अमेरिका वहां तैनात अपने सैनिकों की संख्या को वर्तमान संख्या से चार गुने से अधिक बढ़ा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिका ने आने वाले महीनों में द्वीप पर 100 से 200 सैनिकों को तैनात करने की योजना बनाई है, जो एक साल पहले लगभग 30 थी। यह बड़ी ताकत एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का विस्तार करेगी। पेंटागन अपनी इस ट्रेनिंग को ज्यादा प्रचारित नहीं कर रहा है, क्योंकि वह चीन को भड़काए बिना ही ताइवान के सैनिकों को मजबूत करना चाहता है। सैनिकों की संख्या बढ़ाए जाने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अमेरिका चीन को और क्यों भड़का रहा है और क्या इसके जरिए वह संभावित युद्ध की नींव रख रहा है?

रक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों के दौरान अमेरिकी सैनिकों की संख्या, जिसमें विशेष अभियान बल और अमेरिकी मरीन शामिल हैं, में कुछ हद तक उतार-चढ़ाव आया है। ताइवान पर अमेरिका की दशकों में सबसे बड़ी तैनाती होगी, क्योंकि दोनों चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति का मुकाबला करने के लिए करीब आ रहे हैं। प्रशिक्षण से परिचित लोगों के अनुसार, ताइवान पर प्रशिक्षण से परे, मिशिगन नेशनल गार्ड ताइवान की सेना के एक दल को भी प्रशिक्षण दे रहा है, जिसमें उत्तरी मिशिगन के कैंप ग्रेलिंग में कई देशों के साथ वार्षिक अभ्यास भी शामिल है।

‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और ताइवान दोनों में प्रशिक्षण, चीन द्वारा संभावित आक्रमण को विफल करने के लिए एक करीबी साथी को तैयार करने में मदद करने के लिए अमेरिका की योजना का हिस्सा है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि विस्तार की योजना कई महीनों पहले ही तैयार कर ली गई थी और हाल ही में संदिग्ध जासूसी गुब्बारे की वजह से चीन और अमेरिका के बीच खराब हुए रिश्तों से इनका कोई संबंध नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अमेरिका ने फाइटर जेट के जरिए से चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था, जिसके बाद दोनों देशों में तनाव और अधिक बढ़ गया है। 

साउथ चाइना सी में ड्रैगन कर रहा डेवलपमेंट

ताइवान के आसपास चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी तेजी से आक्रामक युद्धाभ्यास में लगी हुई है। वह साउथ चाइना सी में कई तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार कर रही है। ताइवान के पास विमानों और जहाजों को भेज रही है। पिछले साल यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद पेंटागन ने ताइवान को अपनाने के प्रयासों को फिर से शुरू कर दिया है, जिसे कुछ सैन्य विशेषज्ञ ‘पॉरक्यूपाइन स्ट्रैटेजी’ बताते हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अतिरिक्त सैनिकों को न केवल अमेरिकी हथियार प्रणालियों पर बल्कि संभावित चीनी आक्रमण से बचाने के लिए सैन्य युद्धाभ्यास पर ताइवान बलों को प्रशिक्षित करने का काम सौंपा जाएगा। 

ताइवान के रक्षा मंत्री ने भी की पुष्टि

अधिकारियों ने तैनाती के बारे में अन्य जानकारी देने से इनकार कर दिया। उधर, ताइवान के रक्षा मंत्री चिउ कुओ-चेंग ने अमेरिका में ताइवान के सैनिकों की तैनाती की पुष्टि करते हुए प्रशिक्षण को बुनियादी युद्ध कौशल से परे बताया। चिउ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्नत प्रशिक्षण बटालियन स्तर पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें कर्मचारियों के संचालन और सेना की तैनाती जैसी रणनीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ताइवान में, एक बटालियन में अधिकतम 600 सैनिक शामिल हो सकते हैं।

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