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कैसा रखा गया बादलों का नाम?
गॉर्डन ने बीबीसी से बात करते हुए इसे एक ‘विस्मयकारी पल’ करार दिया है। बीबीसी वेदर के मैट टेलर का कहना है कि ये तस्वीरें केल्विन-हेल्महोल्ट्ज़ बादलों का सबसे आश्चर्यजनक और बेहतरीन उदाहरण है। इन बादलों का नाम वैज्ञानिकों लॉर्ड केल्विन और हरमन वॉन हेल्महोल्ट्ज़ के नाम पर रखा गया है। उन्होंने इस घटना के पीछे भौतिकी का अध्ययन किया था। इन्हें ‘Fluctus Clouds’ भी कहा जाता है।
तस्वीरों ने इंटरनेट को किया हैरान
गॉर्डन ने बादलों की तस्वीरें अपने माता-पिता के घर के पीछे खींची थीं जो अब पूरे इंटरनेट पर फैल चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि बाकी लोग भी इस नजारे का मजा ले सकते हैं।’ कई लोगों ने सोशल मीडिया पर बादलों की फोटो शेयर कीं जिसे देखकर यूजर्स हैरान हो गए। पहली बार में लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ कि यह असली है। कुछ ने इसे ‘खूबसूरत’ कहा तो कुछ बस देखते ही रह गए।
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