हाइलाइट्स
इस साल भारत में सबसे ज्यादा कम उम्र में हार्ट अटैक की चर्चा हुई.
कोरोना के अलावा मंकीपॉक्स, टोमेटो फ्लू, जापानी इन्सेफेलाइटिस ने भी बढ़ाई चिंता.
Top 5 health news 2022: अगर हमारी सेहत या हेल्थ सही है तो ही हमारा अस्तित्व है लेकिन कोरोना के बाद से हेल्थ की चिंता ने पूरी दुनिया को हलकान कर रखा है. साल 2022 में भी हेल्थ सेक्टर खूब चर्चा रही. हेल्थ जगत की कई खबरों ने काफी सुर्खियां बटोरी. इस साल भारत में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक की चर्चा हुई. कम उम्र में हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट पर देश ही नहीं पूरी दुनिया में बहसें हुई. वहीं कोरोना के बाद दुनिया भर में हेल्थ सेक्टर की दिशा बदल रही है. इसी क्रम में इस साल ऑनलाइन टेलीकंसल्टेशन का जोर भी काफी देखने को मिला. इस साल कोरोना के अलावा मंकीपॉक्स, जीका वायरस, टोमेटे फीवर जैसी बीमारियों ने भी कम दहशत मचाई. साल के आखिर में एक ऐसी रिपोर्ट आई जिसने हेल्थ के क्षेत्र में साइलेंट किलर के आंकड़ों को उजागर कर दिया. मामूली सी दिखने वाली बैक्टीरिया जनित 5 बीमारियों ने भारत में 6.8 लाख लोगों की जान ले ली. आइए जानते हैं 5 ऐसी खबरें जिनकी चर्चा साल 2022 में खूब रही.
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हेल्थ की 5 ऐसी खबरें जो खूब चर्चा में रही
कम उम्र में हार्ट अटैक
हेल्थ की नजर से देखें तो साल 2022 भी 2021 से अलग नहीं रहा. इस साल भारत में सबसे ज्यादा कम उम्र में हार्ट अटैक की चर्चा हुई. कई ऐसे वीडियो आए जिनमें लोग जिम करते-करते, डांस करते-करते या यहां तक कि चलते-चले हार्ट अटैक (Heart attack) या कार्डिएक अरेस्ट (Cardiac arrest)के शिकार हो गए. आम से लेकर खास तक लोग इसकी चपेट में आए. 2022 में कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव और 53 साल के बॉलीवुड के फेमस सिंगर केके का निधन हार्ट अटैक से हो गया. वहीं बंगाली एक्ट्रेस एंड्रीला शर्मा (Aindrila Sharma) की तो सिर्फ 24 साल की उम्र में कार्डिएक अरेस्ट से मौत हो गई. टेलीविजन के मशहूर अभिनेता सिद्धांतवीर सूर्यवंशी जिम में वर्कआउट करते हुए हार्ट अटैक के शिकार हो गए. इसी तरह एक्टर दीपेश भान, पुनीत राजकुमार, अबीर गोस्वामी, बह्म स्वरूप मिश्रा समेत कई नामी हस्तियों ने कम उम्र में ही हमें अलविदा कह दिया. एक्सपर्ट की मानें तो गतिहीन लाइफस्टाइल, मोटापा, डायबिटीज और गलत खान-पान की आदतें हार्ट से संबंधित मौतों के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं. यही कारण है कि लोगों को भारतीय खान-पान और जीवनशैली की सलाह दी जाती है जिसमें शारीरिक गतिविधियों को अहम माना गया है.
कोरोना के अलावा ये वायरस भी कम जहरीले नहीं
साल 2022 में कोरोना का दौर थोड़ा थमा जरूर लेकिन रूका अभी भी नहीं है. इस साल कोरोना के अलावा मंकीपॉक्स, टोमेटो फ्लू, जापानी इन्सेफेलाइटिस, डिजीज एक्स और मीजल्स वायरस के प्रकोप ने भी दुनिया को हलकान किया. वहीं साल के अंत में जिका वायरस का खौफ भी काफी रहा. टोमेटे फीवर के कारण महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित रहा. यहां कुछ बच्चों की टोमेटो फीवर से मौत भी हो गई. वहीं जापानी इंसेफलाइटिस ने उत्तर-पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में अपना पैर पसार लिया. इस साल एक नए वायरस डिजीज एक्स के बारे में भी डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह वायरस भविष्य में कोरोना जैसी स्थिति पैदा कर सकती है.
5 बैक्टीरिया ने 7 लाख लोगों की जान ली
साल के आखिर में एक ऐसी रिपोर्ट आई जिसे जानकर अधिकांश लोग अचंभित हो गए. दरअसल, कुछ साधारण बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया ने 2019 में 6.8 लाख लोगों की जान ले ली. इस खबर को जानकर पता चला कि जिस बैक्टीरिएल इंफेक्शन को हम एकदम साधारण मानते थे, वह साइलेंट किलर निकला. यह चौंकाने वाला खुलासा लैंसेट पत्रिका में हुआ. ये पांच बैक्टीरिया हैं– ई.कोलाई, एस न्यूमोनिया, के. न्यूमोनिया, एस.ऑरियस और ए.बाउमनी है. इनमें सबसे ज्यादा तबाही ई. कोलाई बैक्टीरिया ने मचाई है. ई कोलाई (E. coli) के कारण डायरिया, पेशाब में इंफेक्शन और कई तरह के अन्य संक्रमण होते हैं. ई. कोलाई बैक्टीरिया के संक्रमण से भारत में 1.6 लाख लोगों की मौत 2019 में हुई थी.
ऑनलाइन कंसल्टेशन
कोरोना के बाद घर-घर में हाइजीन का ख्याल रखा जाने लगा. लेकिन इसके चक्कर में लोग कुछ गंभीर बीमारियों में भी अस्पताल जाना छोड़ दिए. इसका एक सकारात्मक लाभ यह हुआ कि मेडिकल जगत में ऑनलाइन कंसल्टेशन यानी टेलीकम्युनिकेशन के माध्यम से डॉक्टरों ने इलाज करना शुरू कर दिया. देश के सबसे बड़े अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने भी घोषणा की है कि वह ओपीडी में भी लोगों को टेलीकम्युनिकेशन के माध्यम से इलाज करेगा. हालांकि ऑनलाइन कंसल्टेशन का चलन कोरोना के बाद तेजी से बढ़ा है और उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले 2023 में ये हमारी लाइफस्टाइल में शुमार हो जाएगा. यानी 2023 में ऑनलाइन कसल्टेशन को अब ज्यादा तवज्जो दी जाएगी. 5 जी आ जाने के बाद इस सेक्टर में और तेजी आने की उम्मीद है.
मेंटल हेल्थ की भी हुई खूब चर्चा
यूं तो कोरोना के बाद से ही मानसिक स्वास्थ्य की खूब चर्चा रही लेकिन इस साल मेंटल हेल्थ को लेकर देश और दुनिया में काफी कुछ देखने-सुनने को मिला. कई सेलिब्रेटियों ने मेंटल हेल्थ के अपने अनुभवों को खुलकर साझ किया है. मेंटल हेल्थ पर किंग खान से लेकर दीपिका पादुकोण ने अपने-अपने अनुभव बताए हैं. शाहरुख खान ने कहा कि 2010 में जब उन्होंने कंधे की सर्जरी कराई तब वे बहुत अधिक डिप्रेशन में चले गए थे जिससे बाहर आने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. दीपिका पादुकोण तो डिप डिप्रेशन के कारण दो बार अस्पताल में भी भर्ती भी हुईं. वे अब भी क्लिनिकल डिप्रेशन का इलाज करा रही हैं. उन्होंने कई बार इस बात को लोगों के साथ साझा किया है. वही कामयाबी की बुलंदी पर पहुंची आलिया भट्ट भी मानसिक पीड़ा से गुजरी है. एक समय वे गंभीर एंग्जाइटी से जूझ रही थीं. इसी तरह करण जौहर ने भी अपनी मानसिक बीमारी के बारे में बताया. उन्होंने तो यहां तक कहा कि एक समय ऐसा लगा कि मुझे कार्डिएक अरेस्ट आ गया है. उस समय वे मीटिंग छोड़कर डॉक्टर के पास चले गए थे. अनुष्का शर्मा, वरुण धवन, इलियाना डिक्रूज, शाहीन भट्ट जैसी कई हस्तियां हैं जिन्होने इस साल अपने मेंटल हेल्थ पर खुलकर चर्चाएं कीं.
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Tags: Bye Bye 2022, Health, Lifestyle, Year Ender
FIRST PUBLISHED : December 13, 2022, 18:13 IST