Home Life Style Yogini Ekadashi 2023: 2 शुभ योग में योगिनी एकादशी आज, जान लें मुहूर्त, मंत्र

Yogini Ekadashi 2023: 2 शुभ योग में योगिनी एकादशी आज, जान लें मुहूर्त, मंत्र

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Yogini Ekadashi 2023: 2 शुभ योग में योगिनी एकादशी आज, जान लें मुहूर्त, मंत्र

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हाइलाइट्स

विष्णु पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 08 बजकर 52 मिनट तक.
योगिनी एकादशी पारण समय: कल, सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 08 बजकर 10 मिनट तक.

आज 14 जून बुधवार को योगिनी एकादशी व्रत है. योगिनी एकादशी पर आज गजेकसरी और बुधादित्य राजयोग का बन रहे हैं. व्रत और पूजा का संकल्प करके नियमपूर्वक उपवास रखते हैं. शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु या फिर उनके वामन अवतार की पूजा करते हैं. वामन पुराण में बताया गया है कि आषाढ़ में वामन अवतार की पूजा करने से संतानहीन को संतान सुख की प्राप्ति होती है. योगिनी एकादशी का व्रत रखने वाले को 5 बड़े लाभ होते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं योगिनी एकादशी ति​थि, पूजा मुहूर्त, पारण समय और लाभ के बारे में.

योगिनी एकादशी 2023 मुहूर्त
आषाढ़ कृष्ण एकादशी तिथि का प्रारंभ: 13 जून, मंगलवार, सुबह 09 बजकर 28 मिनट से
आषाढ़ कृष्ण एकादशी तिथि का समापन: आज, बुधवार, सुबह 08 बजकर 48 मिनट से
विष्णु पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 08 बजकर 52 मिनट तक
फिर सुबह 10 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक

लाभ-उन्नति मुहूर्त: सुबह 05:23 बजे से सुबह 07:07 बजे तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 07:07 बजे से सुबह 08:52 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: सुबह 10:37 से दोपहर 12:21 बजे तक

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योगिनी एकादशी व्रत और पूजा विधि
आज प्रात: स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन लें. सूर्य देव को जल से अर्घ्य दें. उसके बाद व्रत और पूजा का संकल्प करें. फिर शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु या उनके वामन अवतार की तस्वीर को चौकी पर स्थापित कर दें. उसके बाद उनका जल से अभिषेक करें. वस्त्र, यज्ञोपवीत, चंदन, अक्षत्, फूल, माला, धूप, दीप, गंध, नैवेद्य, पान, सुपारी आदि से पूजन करें.

भगवान विष्णु को पंचामृत और तुलसी के पत्ते अवश्य अर्पित करें. पूजन सामग्री के अर्पण के समय ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें. उसके बाद योगिनी एकादशी व्रत कथा सुनें. विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम आदि का पाठ करें.

पूजा के अंत में घी के दीपक से विष्णु जी की आरती करें. क्षमा प्रार्थना करने के बाद मनोकामना पूर्ति के लिए आशीर्वाद लें. पाप और कष्टों से मुक्ति देने का निवेदन करें. रात्रि के समय जागरण करें. अगले दिन सुबह स्नान के बाद ब्राह्मण को अन्न, वस्त्र आ​दि का दान करें और दक्षिणा दें. फिर पारण करके व्रत को पूरा करें.

योगिनी एकादशी पारण समय: कल, सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 08 बजकर 10 मिनट तक.
द्वादशी तिथि का समापन: कल, सुबह 08 बजकर 32 मिनट पर

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योगिनी एकादशी व्रत के 5 लाभ
1. आषाढ़ के कृष्ण और शुक्ल पक्ष में वामन अवतार की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होंगी. संतान सुख की प्राप्ति होगी.

2. योगिनी एकादशी व्रत करने वाले को जाने या अनजाने पाप से मुक्ति मिलती है. उसके कष्ट भी दूर होते हैं.

3. योगिनी एकादशी व्रत करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है.

4. इस व्रत के पुण्य प्रभाव और विष्णु कृपा से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है.

5. योगिनी एकादशी व्रत विधिपूर्वक रखने से 80 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने का पुण्य मिलता है.

Tags: Dharma Aastha, Religion

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