Russia-Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते 11 महीने बीत चुके हैं। पिछले करीब 20 दिनों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने अजीबोगरीब दावा करके सबको हैरान कर दिया है। जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें “पूरी तरह से यकीन नहीं कि अभी पुतिन जीवित हैं। ” उन्होंने कहा कि ऐसा लगता नहीं कि रूसी तानाशाह पुतिन जीवित हैं और अभी भी रूस में निर्णय वही लेते हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है, जब पुतिन के बीमार होने की खबरें आ रहीं थी और वह इस दौरान काफी दिनों से न तो दिखाई दे रहे हैं और न ही उनका कोई बयान सामने आ रहा है।
बीती 19 जनवरी को दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में अपने ऑनलाइन संबोधन के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें “पूरी तरह से यकीन नहीं” था कि रूसी तानाशाह व्लादिमीर पुतिन अभी भी जीवित हैं और रूस में निर्णय लेते हैं। शांति वार्ता की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ज़ेलेंस्की ने जवाब दिया, “मुझे समझ नहीं आ रहा है कि किससे और किस बारे में बात की जाए। मुझे यकीन नहीं है कि रूस के राष्ट्रपति जो कभी-कभी क्रोमा प्रभाव के चलते दिखाई देते हैं, वास्तव में वही हैं।”
जेलेंस्की के अनुसार क्रोमा के जरिये दिखाई देते हैं पुतिन
जेलेंस्की का कहना है कि यदि पुतिन जीवित होते तो उन्हें क्रोमा तकनीकि के जरिये नहीं दिखाया जाता। कुछ लोगों का मानना है कि पुतिन अपने टेलीविज़न सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि वे वास्तव में सुरक्षित रहते हुए स्थानों का दौरा कर रहे हैं। ज़ेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि यूक्रेन ने कूटनीति के माध्यम से अपने क्षेत्रों को मुक्त करने के लिए सब कुछ किया, लेकिन यह कारगर नहीं हुआ। राष्ट्रपति ने कहा, “शांति वार्ता अभी शांति नहीं है। इसे दोनों पक्षों द्वारा मान्यता दी जानी चाहिए।”
रूस के ड्रोन हमलों से यूक्रेन को डर
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बार-बार अपने सहयोगी देशों से अधिक सैन्य उपकरण प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा किय यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बहुत असुरक्षित और कमजोर स्थान बना हुआ है। यहां जल्द ही रूसी ड्रोन हमलों की एक और श्रृंखला शुरू होने की आशंका है। जेलेंस्की ने कहा कि ये ऐसे क्षण होते हैं जब संकोच करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। जब लोग कहते हैं कि आपको टैंक दूंगा तो देना चाहिए। ज़ेलेंस्की ने फिर से पुष्टि की कि यूक्रेन का उद्देश्य रूसी कब्जे वाले क्रीमिया प्रायद्वीप को मुक्त करना है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, “क्रीमिया में हमारा समुद्र और हमारे पहाड़ हैं। हमें अपने हथियार दे दो, और हम अपने हथियार वापस ले लेंगे।”
रूस ने 2014 में कर लिया था क्रीमिया पर कब्जा
रूस ने फरवरी 2014 में यूरोमैदान क्रांति के दौरान क्रीमिया पर आक्रमण किया और कब्जा कर लिया, जिसने रूस समर्थक पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को अपदस्थ कर दिया। प्रायद्वीप में रूस का काला सागर बेड़ा और दसियों हज़ार रूसी सैनिक हैं। रूस के यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बीच राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने क्रीमिया प्रायद्वीप को फिर से लेने की कसम खाई है। रूस के युद्ध प्रयासों को बाधित करने के लिए यूक्रेन ने क्रीमिया में रूसी हवाई और सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया है।