सर्दियों में कब्ज एक कॉमन समस्या बन जाती है, खासकर छोटे बच्चों में जिन्हें अक्सर हाई फाइबर और हाइड्रेटिंग खाने की चीजों को खाने की आदत नहीं होती है। जंक फूड और तली-भुनी चीजें ही समस्या को बढ़ाती हैं। समय के साथ-साथ खाने की ये आदतें छोटे बच्चों के लिए कब्ज को पुराना बना सकती हैं जिससे उन्हें कम एनर्जी और कम भूख लगती है। अगर आपके बच्चे को हफ्ते में तीन बार से कम मल त्याग हो रहा है या अगर मल सख्त है और पेट दर्द है, तो यह समय बच्चे की डायट को सही करने का है।
पुरानी कब्ज के लक्षण
आयुर्वेद एक्सपर्ट की मानें तो पुरानी कब्ज से पीड़ित लोगों में गांठदार और कठोर मल होता है। उनकी मल त्याग के समय ज्यादा दर्द होता है। इसके अलावा मलाशय में एक खास तरह की रुकावट महसूस होती है, जिससे वे आराम से शौच नहीं कर पाते हैं।
बच्चों में पुरानी कब्ज
जिन बच्चों में मल त्याग करने की प्रवृत्ति होती है, उनमें पुरानी कब्ज काफी आम है। हालांकि विशेषज्ञ का कहना है कि इसका इलाज संभव है। बस करना ये है कि उनकी डायट में हाई फाइबर फल और हरी सब्जियां शामिल करें।
बच्चों में पुरानी कब्ज को ठीक करने के आयुर्वेदिक उपाय
1) त्रिफला
इसे आयुर्वेद में बताए गए तीनों दोषों- कफ, वात और पित्त के बेहतरीन संतुलन एजेंट के रूप में देखा जाता है। नियमित रूप से त्रिफला का घोल या टैबलेट लेने से ब्लड शुगर के लेवल और आंतों के संक्रमण को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है। बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहतरीन है।
2) जंक फूड से दूरी
पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए जंक फूड से दूर रहना चाहिए। पुरानी कब्ज के नतीजों का सामना करने से बचने के लिए, ठंडे खाने की चीजें खीएं और पीएं, सूखे मेवे, सलाद। वात-संतुलन डायट लें। गर्म खाने, घर के बने ड्रिंक और अच्छी तरह से पकी हुई सब्जियां लें। इसमें पोषण प्रदान करने वाले घटक होने चाहिए जो पेट से विषाक्त पदार्थों और बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाते हैं।
3) दूध और घी
पुरानी कब्ज से राहत पाने के लिए दो चम्मच घी के साथ एक गर्म गिलास दूध पीना है। घी एक प्रभावी आयुर्वेदिक एजेंट है जो पुरानी कब्ज की गंभीरता को कम करता है और तुरंत राहत देता है।
4) अंजीर
बच्चों को ज्यादातर अंजीर खाने की सलाह दी जाती है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और ये मल त्याग के लिए भी अच्छे होते हैं और पुरानी कब्ज के लक्षणों को कम करते हैं। बच्चे इसे स्कूल ले जा सकते हैं और छुट्टी या दोपहर के खाने के समय खा सकते हैं। यह अपच, दस्त और भूख न लगना भी ठीक करता है।
कब्ज की समस्या से छुटकारे के लिए रोजाना सुबह खाएं ये चीजें, एक बार में पेट हो जाएगा साफ