Patua saag Benefits: हरी पत्तेदार सब्जियों में साग खाना बेहद फायदेमंद होता है. कई तरह के साग होते हैं, जो ना सिर्फ शरीर में आयरन की कमी को दूर करते हैं, बल्कि कई गंभीर रोगों से भी बचाए रख सकते हैं. ऐसा ही एक साग है पटुआ साग. इसे पट्टशाक, बड़ी जूट (Jute leaves) जैसे नामों से भी जाना जाता है. पटुआ साग का सेवन उनके लिए भी बेहद फायदेमंद है, जिनके शरीर में यूरिक एसिड का लेवल काफी अधिक है. दरअसल, इस साग को खाने से प्रोटीन मेटाबॉलिज्म तेज होता है, साथ ही प्यूरिन को पचाने में भी कारगर है. ऐसे में शरीर में यूरिक एसिड का स्तर नहीं बढ़ता है. यूरिक एसिड हाई होने से जोड़ों में दर्द, सूजन, इंफ्लेमेशन जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं.
पटुआ साग (Jute leaves) में मौजूद पोषक तत्व
हेल्थलाइन के अनुसार, पटुआ साग ढेरों फायदों और पोषक तत्वों से भरपूर एक पत्तेदार सब्जी है. इसमें इम्यून और हड्डियों को सपोर्ट करने वाले कई न्यूट्रिएंट्स जैसे कैल्शियम, विटामिन ए, सी आदि होते हैं. इसके साथ ही, फाइबर, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम, फोलेट, मैग्नीशियम भी होते हैं. इसे आप कई तरह से खा सकते हैं जैसे सूप, स्टर-फ्राई, सब्जी बनाकर, स्मूदी, सलाद आदि.
यूरिक एसिड बढ़ने के नुकसान
गर्मी के मौसम में आप पटुआ साग का सेवन कर सकते हैं. हाई यूरिक एसिड होने पर अपने आहार में इस हरी पत्तेदार सब्जी को शामिल करके जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं. शरीर में जब अतिरिक्त यूरिक एसिड बढ़ जाता है और इसे समय रहते कंट्रोल ना किया जाए तो इससे जोड़ों में दर्द, सूजन, गठिया यहां तक कि किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है. अगर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाए तो उठना-बैठना भी मुश्किल हो सकता है. जब शरीर से यूरिक एसिड बाहर ना निकले तो यह कई बीमारियों का कारण बन सकता है.
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पटुआ साग के फायदे (Patua saag Ke fayde)
– हेल्थलाइन डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, पटुआ साग इंफ्लेमेशन से प्रोटेक्ट करता है. इसमें ओमेगा-3 फैट्स होते हैं. एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन होता है, जो ऑक्सीडेटिव डैमेज से कोशिकाओं को बचाते हैं. ये साग लिवर पर एंटी-इंफ्लेमेटरी असर करता है.
– पटुआ साग खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है. यह विटामिन सी से भरपूर होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है. यह कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाता है. ऑक्सीडेटिव डैमेज कई गंभीर रोगों के होने का कारण हो सकता है.
– यूरिक एसिड को नेचुरल तरीके से मैनेज किया जा सकता है. इस लिहाज से हरी पत्तेदार सब्जियां फायदेमंद मानी जाती हैं. जो लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से ग्रस्त हैं, उन्हें गर्मी के मौसम में पत्तेदार सब्जियां भी खानी चाहिए. इसमें आप पटुआ साग का सेवन कर सकते हैं. बंगाल, बिहार सहित पहाड़ी इलाकों में पटुआ साग प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह सब्जी पेट से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों को भी ठीक करती है. यूरिक एसिड कम करके गठिया की समस्या कम करती है.
– पटुआ साग या पट्टशाक (jute leaves benefits) के नियमित सेवन से जोड़ों का दर्द, सूजन कम हो सकती है. कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर इस सब्जी से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे प्रोटीन पाचन में मदद करती है. यह शरीर में प्यूरीन को तोड़ने में भी कारगर है.
– पटुआ साग में मौजूद पोषक तत्व प्राकृतिक रूप से यूरिक एसिड क्रिस्टल को घोलकर जोड़ों से हटा देते हैं. यह आपके प्रोटीन चयापचय को तेज़ करता है. प्यूरीन को पचाने में मदद करता है. इससे शरीर में यूरिक एसिड जमा नहीं होता है.
– गर्मी में पटुआ साग खाने से पेट की कई समस्याएं दूर होती हैं. पेट ठंडा रहता है. आंतों की कार्यक्षमता को तेज करता है. यह शरीर में पाचन एंजाइमों को दूर करके डायरिया, पेट दर्द, मतली आदि दूर करता है.
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FIRST PUBLISHED : March 3, 2024, 09:31 IST