आयुष तिवारी/ कानपुर. योगी सरकार गंगा की निर्मलता को लेकर भले ही गंभीर हो पर जल निगम इसको लेकर संजीदा नहीं दिखता. शहर में गंगा में नाले गिरने से रोकने के नाम पर सिर्फ खानापूति हो रही है. गंगा में गिर रहे नाले कागज में बंद हैं, लेकिन हकीकत में कई नालों से दूषित पानी सीधे गंगा में जा रहा है. तीन करोड़ लीटर से ज्यादा दूषित पानी गंगा में रोज गिर रहा है. लोकल18 की टीम ने पड़ताल की तो पांच नाले गंगा में गिरते मिले.
सीसामऊ नाले से दूषित पानी बुधवार को भी थोड़ा-थोड़ा गिरता मिला. इसका मतलब जल निगम का सिस्टम फेल है, लेकिन बहाना विभाग के द्वारा बनाया जा रहा है. दोपहर ढाई बजे नाले से दूषित पानी का रिसाव हो रहा था. गौरतलब है कि 28 करोड़ रुपये से सीसामऊ नाला बंद किया गया है. प्रशासन भले ही लाख दावे कर ले नालों को टैप करने के लेकिन,जमीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही हैं. लोकल 18 की टीम ने कानपुर के घाटों से गंगा में गिर रहे नालों की जमीनी हकिकत देखी तो नाले गंगा में गिरते हुए मिले.
परमट नाला अभी तक बंद नहीं
परमट नाला भी स्थायी रूप से बंदकर सीवरेज पटपड़गंज स्टेशन से जोड़ दिया गया है, लेकिन करीब दो एमएलडी दूषित पानी रोज गंगा में गिर रहा है. दोपहर करीब दो बजे नाले से तेजी से दूषित पानी गंगा में जा रहा था.वहीं बाबा घाट नाला भी गंगा में गंदा पानी गिरा रहा है. ऐसे ही शहर के जाजमऊ क्षेत्र में टेनरियों से लगातार गंगा में गंदा पानी गिर रहा है.सरसैया घाट पर भी गंगा में नाला बहता हुआ मिला.
प्रधानमंत्री के आगमन गंगा में नहीं गिरा था एक बूंद दूषित पानी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 दिसंबर 2019 को शहर आगमन पर अटल घाट बैराज और बंद सीसामऊ नाला को देखने स्टीमर से गंगा में गए थे. इस दौरान सभी नालों को स्थायी और अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था.इस दौरान एक बूंद भी गंगा में दूषित पानी नहीं गया था.
बारिश के बाद करेंगे कार्रवाई
वहीं पूरे मामलें को लेकर महापौर प्रमिला पांडेय से बात की गई तो उनका साफ़तौर पर कहना है किसीसामऊ का नाला तो बिल्कुल बंद है लेकिन बारिश ज्यादा होती है तो ओवरफ्लो हो जाता है. वहीं, उनका कहना है की कुछ लोग तो भगवान से भी नहीं डरते है वह अपनेघरों का गंदा पानी नाले के जरिए गंगा में गिरा रहे है.बारिश के बाद में ऐसे लोगो पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
.
Tags: Ganga, Kanpur ki khabar, Local18
FIRST PUBLISHED : July 06, 2023, 15:57 IST