Friday, December 13, 2024
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खुलासा! ऐसा क्‍या हुआ था कि पोप फ्रांसिस ने 2013 में ही त्‍यागपत्र पर कर दिया था हस्‍ताक्षर?


रोम: पोप फ्रांसिस ने रविवार को प्रकाशित एक नए साक्षात्कार में खुलासा किया कि 2013 में चुने जाने के तुरंत बाद ही उन्होंने इस्तीफा पत्र पर हस्ताक्षर कर लिए थे. उन्होंने कहा कि मैं जब महसूस करता कि गंभीर और स्थायी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मैं अपने कर्तव्यों को पूरा करने में असमर्थ हूं, उस दिन के लिए यह इस्तीफा पत्र अपने पास रखा था. पोप फ्रांसिस ने शनिवार को अपना 86वां जन्मदिन मनाया. अपने स्वास्थ्य के बारे में उन्होंने कहा कि वह घुटने की बीमारी को छोड़कर अच्छे स्वास्थ्य में प्रतीत होते हैं. पोप ने स्पेनिश अखबार एबीसी के साथ एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की.

पोप फ्रांसिस ने कहा कि उन्होंने वेटिकन के तत्कालीन राज्य सचिव कार्डिनल टार्सिसियो बर्टोन को अपना हस्थाक्षरित इस्तीफा पत्र सौंप दिया था, जो बेनेडिक्ट सोलहवें के पोप पद से हटने के बाद हैंडओवर लिया था. 13 मार्च, 2013 को फ्रांसिस के पोप चुने जाने के बाद लगभग 6 महीने तक बर्टोन इस पद पर बने रहे. पोप फ्रांसिस ने अक्सर कहा है कि अगर स्वास्थ्य ने उन्हें 1.3 अरब सदस्यीय रोमन कैथोलिक चर्च चलाने से रोका तो वह इस्तीफा दे देंगे.

ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने दुनिया से एक अपील की है. उन्होंने कहा- इस बार क्रिसमस पर कम खर्च करें और जो पैसा बचे, उससे युद्धग्रस्त यूक्रेन के विस्थापित लोगों की मदद करें. वहां के लोग जंग की वजह से भूख और सर्दियों का कहर झेल रहे हैं. रूस ने इस साल 24 फरवरी को यूक्रेन में अपना विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था. आसान शब्दों में कहें तो, हमला किया था. 10 महीने बाद भी दोनों देशों के बीच जारी जंग नहीं थमी है. पोप करीब-करीब हर पब्लिक इवेंट में लोगों से यूक्रेन को मदद देने की अपील कर रहे हैं.

वेटिकन सिटी में एक प्रोग्राम के दौरान पोप फ्रांसिस ने कहा- यूक्रेन बहुत मुश्किल वक्त से गुजर रहा है. आने वाले महीनों में यह परेशानियां और बढ़ने का खतरा है. इस साल भी क्रिसमस जरूर सेलिब्रेट करें, लेकिन अपने खर्च को कम करें. आपसे एक ही गुजारिश है. क्रिसमस को सादगी से मनाने के बाद जो पैसा बचे, उसे यूक्रेन के वेलफेयर और वहां के लोगों की मदद पर खर्च करें. उन्हें इस वक्त हमारी सहायता की सख्त जरूरत है. जंग की वजह से वे बहुत मुश्किल में हैं, उनके सामने भुखमरी का खतरा है. टेम्परेचर जीरो डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच चुका है. बिजली, पानी की दिक्कत है. डॉक्टर्स और नर्स भी नहीं हैं.

Tags: Pope Francis, Rome, Vetican City



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