Friday, December 20, 2024
Google search engine
HomeHealthगुड़ ज्यादा बेहतर है या चीनी, कंफ्यूजन में मत रहिए, एक्सपर्ट से...

गुड़ ज्यादा बेहतर है या चीनी, कंफ्यूजन में मत रहिए, एक्सपर्ट से जान लीजिए हकीकत


हाइलाइट्स

गुड़ पूरी तरह से कुदरती चीज है जो कुदरती तरीके से बना है जबकि चीनी में ब्लीचिंग का इस्तेमाल किया जाता है
आमतौर पर गर्मियों में चीनी और सर्दियों में गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है.

Jaggery or Sugar Which is Best for Health: खाने-पीने की एक जैसी चीजों को लेकर अक्सर कंफ्यूजन रहता है. लोगों को लगता है कि दोनों चीजें एक जैसी हैं तो दोनों के फायदे और नुकसान भी एक ही जैसे होंगे. कई लोगों इसको नहीं मानते हैं. ऐसे में इस बात को लेकर अक्सर बहस हो जाती है. गुड़ और चीनी का मुद्दा भी इन्हीं में से एक है. चूंकि गुड़ और चीनी बनती तो एक ही चीज से है लेकिन दोनों के बनाने में अंतर है. पर अक्सर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि गुड़ ज्यादा बढ़िया है या चीनी.

आमतौर पर गर्मियों में चीनी और सर्दियों में गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है. सर्दियों में गुड़ से कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं तो गर्मियों में शरबत का काम बिना चीनी हो ही नहीं सकता. फिर बेहतर क्या है. इसी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए एक्सपर्ट की राय जानना बहुत जरूरी है.

इसे भी पढ़ें-क्या होता है लिपिड प्रोफाइल टेस्ट, कितना होना चाहिए नॉर्मल कोलेस्ट्रॉल, कब समझें कि हार्ट पर आएगी मुसीबत


क्या कहते हैं एक्सपर्ट

इंडियन एक्सप्रेस की खबर में डायटीशियन गरिमा गोयल बताती हैं कि गुड़ और चीनी दोनों गन्ने के रस से बनती है. हालांकि बनाने में दोनों की प्रोसेसिंग अलग है. जहां तक फायदे की बात है तो निश्चित रूप से गुड़ के फायदे चीनी से ज्यादा हैं. गुड़ पूरी तरह से कुदरती चीज है जो कुदरती तरीके से बना है जबकि चीनी में ब्लीचिंग का इस्तेमाल किया जाता है जिससे चीनी में केमिकल्स आ जाते हैं. यानी चीनी को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन गुड़ को चीनी की तरह नहीं बनाया जाता. इसे साधारण तरीके से चूल्हे पर बनाया जाता है. यही कारण है कि एनीमिया यानी खून की कमी की समस्या में गुड़ बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और सेलेनियम की मात्रा ज्यादा होती है.

गुड़ से डाइजेशन बेहतर
गरिमा गोयल ने बताया कि पेट में गुड़ का अवशोषण बहुत धीरे होता है जिसके कारण ब्लड शुगर का संतुलिन बना रहता है. जबकि चीनी तेजी से अब्जॉर्ब हो जाती है और ब्लड शुगर के लेवल को तुरंत बढ़ा देती है. इसलिए गुड़ जटिल शुगर है जिसमें सुक्रोज का अणु कड़ियों में होता है. दूसरी और गुड़ में कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ मिनिरल, विटामिंस और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जबकि चीनी अंदर से खोखली होती है और इसमें सिर्फ कैलोरी ही ज्यादा होती है. आयुर्वेद के मुताबिक, गुड़ में एंटी-एलर्जिक गुण होता है जिसके कारण इससे अस्थमा सर्दी, खांसी और छाती में जकड़न सहित कई समस्याओं के इलाज में मदद मिसती है. खाना खाने के बाद गुड़ खाने से डाइजेशन बेहतर होता है और शरीर में जमा हो चुके टॉक्सिन्स को बाहर निकलने में मदद मिलता है. इन सब कारणों से गुड़ का सेवन चीनी से कहीं बेहतर होता है.

इसे भी पढ़ें- 5 चीजें यूरिक एसिड स्पाइक का चढ़ा देती हैं पारा, किडनी का भी हो जाता है बुरा हाल, बनाती हैं गंदगियां

इसे भी पढ़ें- कितना होना चाहिए नॉर्मल ब्लड शुगर? कब समझें कि हो गया डायबिटीज का हमाल, एक ही चार्ट में समझ जाइए पूरी बात 

Tags: Health, Health tips, Lifestyle



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments