Thursday, March 13, 2025
Google search engine
HomeNationalजब चेन्नई में राजभवन के बाहर अचानक फेंका गया 'पेट्रोल बम', मच...

जब चेन्नई में राजभवन के बाहर अचानक फेंका गया ‘पेट्रोल बम’, मच गया हड़कंप, पुलिस ने लिया यह एक्शन


चेन्नई: तमिलनाडु के राजभवन के मुख्य द्वार के सामने बुधवार को एक व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंका. इस घटना से राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ विपक्षी दलों की त्योरियां चढ़ गई हैं. विपक्षी अन्नाद्रमुक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तमिलनाडु के राज्यपाल के आधिकारिक आवास के बाहर हुई घटना पर सरकार की आलोचना की. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल बम फेंकने वाले व्यक्ति को तुरंत काबू कर लिया गया. उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति की पहचान ‘करुक्का’ विनोथ के रूप में हुई है जिसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि सरदार पटेल रोड पर राजभवन के सामने व्यक्ति ने दोपहर लगभग तीन बजे एक बोतल फेंकने की कोशिश की और इसे तुरंत मुख्य द्वार के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने देख लिया. अधिकारियों ने बताया कि जब सतर्क पुलिसकर्मी उसे पकड़ रहे थे, तो उस व्यक्ति ने बोतल फेंकी जो राजभवन के मुख्य द्वार के सामने लगे अवरोधक के सामने गिरी लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ और कोई हताहत नहीं हुआ.

उन्होंने कहा, ‘कोई आग नहीं लगी…केवल बत्ती पर कुछ लौ थी, बोतल गिरकर टूट गई. उसे पकड़ लिया गया तथा उसके पास कुछ और बोतलें थीं जिन्हें जब्त कर लिया गया.’ पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘42 साल के करुक्का विनोथ पर 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह हाल ही में जमानत पर बाहर आया था. वह यहां के तेनाम्पेट का रहने वाला है.’ विनोथ इसी तरह की दो घटनाओं में भी आरोपी रहा है, जिसमें एक साल पहले यहां भाजपा कार्यालय को निशाना बनाने की घटना भी शामिल है.

सिन्हा ने कहा कि पिछले सप्ताह ही जमानत मिलने के बाद उसे जेल से रिहा किया गया था. उन्होंने कहा कि बुधवार को घटना से पहले उसने शराब पी थी और उसके मकसद के बारे में पूछताछ की जा रही है. उन्होंने सुरक्षा चूक की बात से इनकार करते हुए कहा, ‘केवल एक पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया. इससे आरोपी की अपेक्षा के अनुरूप कोई प्रभाव नहीं पड़ा.’ अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या उसे राजभवन के बाहर राज्यपाल के किसी आवागमन के बारे में कोई जानकारी थी और क्या वह किसी ऐसे अनुमान से तैयारी करके आया था, अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा नहीं लगता है.’ इस घटना से राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ विपक्षी दलों की त्योरियां चढ़ गई हैं. विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाला परिसर माने जाने वाले राजभवन में ही ‘असुरक्षा’ की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि यह घटना तमिलनाडु में कानून एवं व्यवस्था की ‘‘बिगड़ती’’ स्थिति को दर्शाती है.

पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की. दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की विश्वासपात्र वीके शशिकला ने कहा कि यह घटना राज्यपाल को डराने के समान है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने एक्स पर कहा, ‘यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा के तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था, आज वह राजभवन पर हमले के लिए जिम्मेदार है. केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने भी कानून व्यवस्था को लेकर द्रमुक सरकार की आलोचना की.

Tags: Chennai, Tamilnadu, Tamilnadu news



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments