धीरज कुमार/मधेपुरा. बिहार के मधेपुरा जिले में चाय की सैकड़ों दुकानें हैं. यहां हर एक दुकान पर लोग चाय पीने आते हैं. लेकिन, जिले के मुरलीगंज स्थित रौशन टी स्टॉल ना सिर्फ 52 साल पुरानी दुकान है, बल्कि आज भी वहां का टेस्ट बरकार ही है. यहां ओल्ड इज गोल्ड वाली बात है. दरअसल, नागेश्वर मंडल 52 साल से मुरलीगंज के महावीर चौक पर चाय बेच रहे हैं. यहां दिनभर चाय पीने के लिए ग्राहकों का तांता लगा रहता है. यही कारण है कि प्रतिदिन 40-50 लीटर तक दूध की चाय यहां बिक जाती है.सहरसा-पूर्णिया रोड में यह चाय की दुकान लैंड मार्क बन चुकी है. दुकान का नाम वैसे तो रौशन टी स्टॉल है, लेकिन यह ग्राहकों के बीच मंडल जी की दुकान के रूप में फेमस है.
लोकल 18 बिहार से बात करते हुए रौशन टी स्टॉल के संचालक नागेश्वर मंडल ने बताया कि वह मुरलीगंज में 52 साल से चाय बेच रहे हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने 12 साल की उम्र में एक छोटी सी झोपड़ी में चाय बेचना शुरू किया था. आज मुरलीगंज में सबसे फेमस चाय की दुकान उनकी ही है. प्रतिदिन 500 से 700 कप चाय की बिक्री आसानी से हो जाती है. यहां चाय पीने के लिए लेबर से लेकर ऑफिसर तक आते हैं. इसके अलावा सहरसा-पूर्णिया रूट पर यात्रा करने वाले यात्री भी रुककर चाय की चुस्की लेते हैं.
50 लीटर दूध की हर दिन की खपत
नागेश्वर मंडल बताते हैं कि उनकी दुकान इतनी ज्यादा चलती है कि सहयोग करने के लिए उनके दो बेटे भी रहते हैं. अब वे लोग ही ज्यादा समय देते हैं और दुकान को आगे बढ़ा रहे है. नागेश्वर की मानें तो उन्होंने जब शुरुआत की थी, तो उस समय 2 रुपए प्रति कप चाय बेचते थे. आज डिस्पोजल में सात रुपए और कुल्हड़ में 10 रुपए में चाय बेचते हैं. प्रतिदिन 500-700 कप चाय आसानी से बिक जाती है. औसतन 40-50 लीटर दूध और डेढ़ किलो चायपत्ती की खपत रहती है. शादी-विवाह के समय में तो 80 लीटर तक दूध की खपत हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : February 29, 2024, 13:56 IST