हाइलाइट्स
ज्यादातर इमर्शन रॉड सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरते जिसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं.
गैस से चलने वाली गीजर के घातक असर होते हैं.
Immersion rod vs geyser: सर्दी आने के बाद लोगों का ठंडे पानी से नहाना मुश्किल हो जाता है. खासकर टंकी के पानी से. गांवों में लोग हैंड पंप से निकाले गए पानी से तो नहा लेते हैं लेकिन शहरों में ऐसा करना लगभग मुश्किल है. यही कारण है लोग पानी को गर्म कर नहाते हैं. पानी को गर्म करने के कई तरीके हैं. इनमें इमर्शन रॉड और गीजर बेहतर विकल्प है. दोनों से पानी गर्म हो जाता है जिसके बाद लोग इसके पानी से नहाते हैं. लेकिन इमर्शन रॉड और गीजर दोनों में से कौन सा विकल्प बेहतर है. क्या इससे हेल्थ पर कोई प्रतिकुल असर भी पड़ता है. आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या साइंटिफिक अंतर हैं या किस तरह प्रभावित करता है.
इमर्शन रॉड
इसमें कोई संदेह नहीं कि इमर्शन रॉड पानी को गर्म करने का सबसे सस्ता तरीका है. एक इमर्शन रॉड की कीमत 200 से 600 तक होती है जिसे कोई भी अफोर्ड कर सकता है. वहीं यह पोर्टेबल भी होता है जिसे कहीं भी ले जाया जा सकता है और एक बाल्टी पानी को 10 से 15 मिनट में गर्म किया जा सकता है. जो लोग अकेले या दो लोग साथ में रहते हैं उनके लिए इमर्शन रॉड का बेहतर विकल्प है. हालांकि इमर्शन रॉड गीजर की तुलना में उतना शेफ नहीं होता. इससे अक्सर करंट लगने का डर रहता है. कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें इमर्शन रॉड के कारण जान तक चली गई है. इसलिए बेहद मजबूत और सेफ्टी नियमों के मानक पर खरा उतरने वाले इमर्शन रॉड का इस्तेमाल करना चाहिए. आजकल शॉकप्रूव इमर्शन रॉड भी आ गया है जिसमें करंट लगने का खतरा बहुत कम रहता है.
गीजर
जाहिर तौर पर गीजर की कीमत ज्यादा होती है लेकिन इमर्शन रॉड की तुलना में यह तेजी से पानी को गर्म करता है. साथ ही यह ज्यादा पानी को एक साथ तेजी से गर्म कर सकता है. यह इस बात पर निर्भर है कि आपने कितने लिटर का गीजर लगाया है. गीजर में आप स्विच देकर पानी को गर्म कर सकते हैं. इसका कोई सिरा बाहर नहीं रहता जिससे करंट लगने का कोई खतरा नहीं है. आजकल ऑटोमेटिक गीजर भी आने लगा है जिसमें आपको स्विच देने की भी जरूरत नहीं है. यह अपने आप आवश्यक्तानुसार पानी को गर्म कर देता है.
इमर्शन रॉड और गीजर में अंतर
इमर्शन रॉड जहां सस्ता और पोर्टेबल होता है वहीं गीजर की कीमत ज्यादा और एक जगह लगने वाला होता है. इमर्शन रॉड सुरक्षित नहीं है, खासकर बच्चों को तो इससे पूरी तरह दूर रखने की जरूरत है लेकिन गीजर सुरक्षित होता है. इससे बच्चों को भी नुकसान नहीं है. गीजर से पानी जल्दी गर्म हो जाता है जबकि इमर्शन रॉड से पानी इतनी जल्दी गर्म नहीं होता. गीजर में ज्यादा पानी भी गर्म कर सकते हैं.
इमर्शन रॉड और गीजर के पानी का हेल्थ पर असर
इमर्शन रॉड से गर्म हुए पानी से नहाने के बाद इसका हेल्थ पर क्या असर होता है, इसे लेकर कोई पुख्ता अध्ययन नहीं हुआ है. लेकिन इसकी सुरक्षा को लेकर कुछ अध्ययन हुए हैं. पबमेड सेंट्रल के मुताबिक इमर्शन रॉड से बिजली के करंट लगने संबंधी कई खामियां हैं. ज्यादातर इमर्शन रॉड सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरते जिसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं. कुछ मामलों में देखा गया है कि इमर्शन रॉड से करंट लगने के कारण लोगों की मौत भी हो जाती है. नोएडा में भी एक मामला सामने आया था जिसमें एक महिला की जान चली गई थी. वहीं ज्यादा गर्म पानी से नहाने के कुछ नुकसान हो सकते हैं. यह किसी भी तरह के ज्यादा गर्म पानी से हो सकता है. वहीं इलेक्ट्रिक गीजर से गर्म हुए पानी से भी यही बात है लेकिन अगर गीजर गैस पर चला रहे हैं तो इससे सेहत को बहुत गंभीर असर झेलनी पड़ सकती है.
गैस पर चलने वाले गीजर के सेहत पर नुकसान
गैस पर चलने वाले गीजर का घातक असर शरीर पर हो सकता है. गैस गीजर आसपास के ऑक्सीजन को खींच लेता है और कार्बनडायऑक्साइड को बढ़ा देता है. इससे आसपास प्वाइजनिंग हो सकता है. एचटी से बात करते हुए नानावटी अस्पताल के न्यूरोलॉजी हेड डॉ. प्रद्युम्न ओक ने बताया कि गैस गीजर से कार्बन मोनोऑक्साइड निकलता है जो जहरीली रसायन है. इससे ब्रेन डैमेज हो सकता है. यह घातक भी हो सकता है और समय पर उपचार नहीं किया गया तो रोगी की मौत भी हो सकती है.
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Tags: Lifestyle, Tips and Tricks
FIRST PUBLISHED : November 29, 2023, 06:41 IST