कोरिया में वापसी की उम्मीद
कोरियाई मीडिया के अनुसार इसकी वापसी की उम्मीद की जा रही है। ओवरसीज कोरियन कल्चरल हेरिटेज फाउंडेशन के अध्यक्ष किम जंग-ही ने कहा, ‘एक अवसर के रूप में, इस प्रदर्शनी के साथ अगर हम सहयोग को बढ़ाते हैं और विश्वास के आधार पर एक बेहतर रिश्ता बनाते हैं तो मुझे लगता है कि भविष्य में हम जिकजी को कोरिया में देख पाएंगे।’ BnF ने कहा कि गुटेनबर्ग को संभवतः कोरियाई अविष्कार के बारे में जानकारी नहीं थी।
किम जोंग उन ने किया ‘सुनामी’ का टेस्ट, नया हथियार महासागर में मचा सकता है खलबली
1911 में नीलाम हो गई थी किताब
किताब को विक्टर कॉलिन डी प्लान्सी फ्रांस लाए थे जो 1887 में कोरिया के पहले फ्रांसीसी राजनयिक बने थे। BnF ने कहा कि बतौर प्राचीन ग्रंथों के संग्रहकर्ता उन्होंने इसे एक अज्ञात स्रोत से खरीदा था। बाद में उन्हें पता चला कि यह किताब Xuanguang युग (1371-1378) की है। फ्रांस के नेशनल स्टैटिक्स ब्यूरो के अनुसार, इसे 1900 में पेरिस यूनिवर्सल प्रदर्शनी में दिखाया गया था और कॉलिन डी प्लान्सी ने 1911 में नीलामी में इसे 180 फ़्रैंक में बेच दिया था, जिसकी कीमत आज 60 हजार यूरो से अधिक है।