Friday, November 22, 2024
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राज्यसभा चुनाव में तीन राज्यों में क्रॉस वोटिंग का खतरा, यूपी में बीजेपी ने दांव चलकर कैसे फंसाया पेच 


Rajya Sabha Election:  15 राज्यों से राज्यसभा के कुल 56 सदस्यों का चुनाव होना था। इनमें से 41 निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी बची 15 सीटों पर आज (मंगलवार को) चुनाव होना है। इन 15 में 10 सीटें उत्तर प्रदेश, चार कर्नाटक और एक सीट हिमाचल प्रदेश की हैं। इन तीन में से दो (कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश) कांग्रेस शासित हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। इन तीनों ही राज्यों में क्रॉस वोटिंग का खतरा मंडरा रहा है।

उत्तर प्रदेश में क्या स्थिति

उत्तर प्रदेश में कुल 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। सत्ताधारी बीजेपी ने आठ उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि विपक्षी सपा ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। विधानसभा में संख्याबल के हिसाब से बीजेपी के सात और सपा के दो उम्मीदवार आसानी से जीत सकते हैं लेकिन 10वीं सीट पर बीजेपी और सपा के उम्मीदवारों के बीच घमासान होने के आसार हैं। बीजेपी ने नामांकन की आखिरी तारीख पर अपने आठवें प्रत्याशी के तौर पर पूर्व सपा नेता संजय सेठ को उतार दिया, इससे वहां ना सिर्फ सियासी खेल दिलचस्प हो गया बल्कि सपा के तीसरे उम्मीदवार की जीत में भी पेंच फंस गया। 

अब दोनों ही पार्टियों को इस एक सीट पर जीत के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। इसी सियासी मशक्कत में क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ गई है। माना जा रहा है कि सपा के कई विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले सोमवार रात को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी लेकिन उसमें आठ विधायक शामिल नहीं हुए। इन विधायकों की गैर मौजूदगी के बाद से तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

सपा के आठ विधायक मीटिंग से गायब

सपा अध्यक्ष ने राज्यसभा चुनाव में मतदान और अन्य प्रक्रियाओं के बारे में बताने के लिए पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी लेकिन उसमें विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पाण्डेय (ऊंचाहार), मुकेश वर्मा (शिकोहाबाद), महाराजी देवी (अमेठी), पूजा पाल (कौशांबी), राकेश पाण्डेय (अंबेडकर नगर), विनोद चतुर्वेदी (कालपी), राकेश प्रताप सिंह (गौरीगंज), अभय सिंह (गोसाईंगंज) शामिल नहीं हुए। सपा के दो विधायक जेल में हैं, जबकि पल्लवी पटेल बागी रुख अपनाए हुई हैं।

अगर भाजपा के आठवें उम्मीदवार के पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ हुई तो सपा को अपना तीसरा प्रत्याशी जिताने में मुश्किल हो सकती है। उत्तर प्रदेश से एक उम्मीदवार को राज्यसभा पहुंचने के लिए 37 प्रथम वरीयता वाले वोटों की जरूरत है। समाजवादी पार्टी के पास यूपी एसेंबली में 108 विधायक हैं जबकि उसके गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस के पास दो विधायक और बसपा के एक विधायक हैं। अगर सपा पार्टी के सभी विधायकों को अपने साथ रखने में कामयाब नहीं हुई तो उसके तीसरे प्रत्याशी को जीत हासिल करने में मुश्किल पैदा हो सकती है क्योंकि सपा को अपने तीनों उम्मीदवार जिताने के लिए 111 वोटों की जरूरत होगी। 

किस पार्टी से कौन उम्मीदवार

सपा ने अभिनेत्री जया बच्चन, पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन और पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। सपा से सिर्फ जया बच्चन की ही सीट खाली हुई थी। उधर, बीजेपी की तरफ से कुल आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्या, तेजपाल सिंह, नवीन जैन, साधना सिंह, संगीता बलवंत और संजय सेठ हैं।

बीजेपी को आठ उम्मीदवारों को जिताने के लिए 296 विधायकों की जरूरत पड़ेगी लेकिन विधानसभा में उसके पास 252 विधायक ही हैं। 34 सहयोगी दलों के विधायक और राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के दो विधायक भी बीजेपी के साथ हैं। इस तरह बीजेपी के पास कुल  288 विधायकों का समर्थन है, जो जरूरत से आठ कम पड़ सरे हैं। उधर, सपा को तीन विधायक कम पड़ रहे हैं और कई बगावत के मूड में दिख रहे हैं। ऐसे में राज्य में क्रॉ वोटिंग की संभावना बढ़ गई है।

कर्नाटक में क्या सीन

कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। अजय माकन, सैयद नसीर हुसैन और जी.सी. चंद्रशेखर कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार हैं, जबकि नारायण बंदगे बीजेपी और कुपेंद्र रेड्डी जनता दल सेक्युलर के उम्मीदवार हैं। कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव का माहौल तब दिलचस्प हो गया जब भाजपा-जेडीएस गठबंधन ने अपना दूसरा उम्मीदवार (कुपेंद्र रेड्डी) मैदान में उतारा, हालांकि गठबंधन चार में से केवल एक सीट जीतने की ही ताकत रखता है। 

224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 135 विधायक हैं। भाजपा के 66 और जेडीएस के 19 विधायक हैं। अन्य विधायकों की संख्या चार है। चार सीटों के लिए हो रहे चुनाव के लिए एक सदस्य को जीतने के लिए 45 प्राथमिक वोट की जरूरत होगी। ऐसे में कांग्रेस अपने तीनों उम्मीदवारों को जिता सकती है। बावजूद इसके ‘क्रॉस वोटिंग’ की आशंकाओं के बीच कांग्रेस ने सोमवार को अपने सभी विधायकों को एक होटल में स्थानांतरित कर दिया। इस बीच सभी पार्टियों ने मंगलवार को होने वाले मतदान के लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है।



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