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Mistakes While Cooking Sarson Ka Saag: बात जब भी विंटर स्पेशल फूड की होती है तो उसमें सबसे पहला नाम सरसों के साग और मक्की की रोटी का लिया जाता है। यूं तो सरसों का साग पंजाब की पारंपरिक डिश है, लेकिन इसके स्वाद और हेल्थ बेनिफिट्स की वजह से इसे देश ही नहीं दुनियाभर में खाना पसंद किया जाता है। हालांकि कई बार सोशल मीडिया पर सरसों के साग की कई रेसिपी फॉलो करने के बाद भी महिलाओं की यह शिकायत बनी रहती है कि सरसों के साग में पंजाबी रसोई जैसा देसी स्वाद नहीं आता। अगर आपकी भी यही शिकायत है तो हो सकता है आप सरसों का साग बनाते समय ये कुछ कॉमन गलतियां कर रही हों। आइए जानते हैं इन गलतियों के बारे में।
सरसों का साग बनाते समय की गई गलतियां-
ज्यादा पानी का इस्तेमाल करने से बचें-
कई बार लोग सरसों का साग पकाते समय उसकी मात्रा बढ़ाने के लिए उसमें पानी का ज्यादा यूज करके साग को पतला कर देते हैं। सरसों का साग पकाते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि सरसों के साग में बाकी हरी सब्जियों की तरह अपना भी पानी होता है। ऐसे में साग में ज्यादा पानी डालने से उसका स्वाद खराब हो जाता है। साग में कम पानी डालकर उसे ढककर धीमी आंच पर पकाने से साग स्वादिष्ट बनता है।
नमक बिगाड़ सकता है स्वाद-
सरसों के साग स्वाद में नमकीन होता है। ऐसे में सरसों का साग पकाते समय उसमें डाला गया थोड़ा सा भी अधिक नमक उसे बहुत ज्यादा नमकीन बना सकता है। यही वजह है कि सरसों का साग पकाते समय उसमें नमक की मात्रा का खास ख्याल रखना चाहिए।
मक्की का आटा हे जरूरी-
सरसों का साग पकाते समय अगर उसमें थोड़ा सा मक्की का आटा मिला दिया जाए तो साग गाढ़ा और टेस्टी बनता है।