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स्कूल असाइनमेंट पूरा करने में लड़कों से आगे लड़कियां हैं। प्राइमरी, मिडिल व हाईस्कूल में 90% लड़कियां और 87% लड़के समय पर होमवर्क पूरा करते हैं। शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई ने अलग-अलग कक्षाओं का अध्ययन कर यह रिपोर्ट तैयार की है। निजी के साथ ही सरकारी, केंद्रीय और नवोदय विद्यालय के बच्चों को इसमें शामिल किया गया।
समय पर असाइनमेंट और होमवर्क नहीं करने में लड़कियां 10 तो लड़के हैं 13 फीसदी हैं। पढ़ाई की वजह से इज्जत मिलने में कमी की भावना भी लड़कों में अधिक है। छठी से 8वीं के बच्चे असाइनमेंट को लेकर अधिक लापरवाह हैं। मिडिल में जिला समेत राज्य और देशभर के अलग-अल स्कूलों से डेढ़ लाख से अधिक बच्चों को लेकर यह रिपोर्ट ली गई। वहीं सेकेंडरी में लगभग ढ़ाई लाख बच्चों को शामिल किया गया। ओवरऑल में मिडिल में 12 फीसदी बच्चे समय पर होमवर्क पूरा नहीं करते। वहीं हाईस्कूल में यह 11 फीसदी है। पढ़ाई की वजह से लोगों के बीच इज्जत नहीं मिलती यह धारणा 37 फीसदी लड़कों में है। वहीं लड़कियों में यह धाराणा 34 फीसदी है। केन्द्रीय विद्यालय में 9 फीसदी लड़कियां समय पर होमवर्क नहीं जमा करती, वहीं लड़कों की संख्या इसमें 12 फीसदी है।
कक्षा में टास्क सुनाने में भी लड़कियां आगे :
शिक्षा मंत्रालय के मनोदर्पण में शामिल एक्सपर्ट डा. प्रमोद कुमार ने कहा कि सरकारी स्कूलों में मिडिल में 18 तो हाईस्कूल में 14 फीसदी बच्चे समय पर होमवर्क पूरा नहीं करते हैं। पूअर स्टडी हैबिट भी लड़कों में अधिक है। सरकारी स्कूल के 19 फीसदी बच्चे सही तरीके से पढ़ाई नहीं करते हैं। प्राइवेट स्कूलों में यह आंकड़ा लगभग 22 फीसदी है। स्कूलों में बच्चों के कक्षा में टास्क सुनाने पर भी रिपोर्ट ली गई। इसमें भी लड़कियां लड़कों से 20-25 फीसदी तक आगे रही हैं।