एफआईएच पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन इस साल भारत में किया गया था। भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप को जीतने में कामीयाब नहीं हो सकी थी। लेकिन एशियाई हॉकी महासंघ ने हॉकी इंडिया को एक पुरस्कार दिया है। इस पुरस्कार के बाद भारत में हॉकी जैसे खेलों को और भी बढ़ावा मिलेगा। भारतीय टीम भले ही वर्ल्ड कप जीत ना सकी हो लेकिन भारत ने इस टूर्नामेंट का सफल आयोजन करवाया। ऐसे में अब उन्हें इसका फायदा हुआ है।
AHF ने दिया अवॉर्ड
एशियाई हॉकी महासंघ ने हॉकी इंडिया को इस साल की शुरुआत में भुवनेश्वर और राउरकेला में एफआईएच पुरुष विश्व कप की सफल मेजबानी के लिए गुरुवार को सर्वश्रेष्ठ आयोजक के पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार कोरिया के मुंगयोंग में आयोजित एएचएफ कांग्रेस के दौरान हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने प्राप्त किया।
भुवनेश्वर के कलिंग हॉकी स्टेडियम ने इससे पहले 2018 में भी एफआईएच विश्व कप की मेजबानी की थी लेकिन राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में पहली बार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उसने दर्शकों की अपनी क्षमता के कारण लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। इस टूर्नामेंट के दौरान हुए मैचों को देखने के लिए फैंस भारी तादाद में स्टेडियम पहुंचे। यहीं कारण है कि भारत ने इस साल यह अवॉर्ड अपने नाम किया।
क्या बोले हॉकी इंडिया के अध्यक्ष
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने यहां जारी बयान में कहा कि हॉकी इंडिया एशियाई हॉकी महासंघ से मिली इस मान्यता के प्रति आभारी हैं। हॉकी इंडिया के लिए स्वदेश में वर्ल्ड कप हमेशा से विशेष रहा है। भारत सर्वोच्च प्राथमिकता इसमें भाग लेने वाली प्रत्येक टीम, अधिकारी या दर्शकों के लिए इसे यादगार बनाना था। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारा यह प्रयास माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सभी हित धारकों और इस आयोजन के सफल आयोजन से जुड़े कई लोगों के सहयोग के बिना संभव नहीं होता।’ आपको बता दे कि पिछले कुछ सालों में इन लोगो के ही प्रयास से भारत ने एक बार फिर से हॉकी में शानदार वापसी की है।