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यूपी के बदायूं में शादी वाले दिन एक दुल्हन के अरमानों पर पानी फिर गया। दूल्हे ने के दिन ही खेल कर दिया। दुल्हन हाथों में मेहंदी लगाए दूल्हा और बारातियों का इंतजार करती रही लेकिन वह नहीं पहुंचा। बाद में जब असलियत पता चला तो सबके होश उड़ गए। दरअसल शादी तय करने के बाद लड़का शादीशुदा निकला तो शादी के मामले में हंगामा हो गया। दोनों पक्षों में समझौता हुआ तो छोटे बेटे के साथ शादी करना सुनिश्चित किया गया। लेकन जिस दिन बारात आनी थी उसी दिन दहेज में पांच लाख की मांग को लेकर बारात न लाने की बात लड़के वालों ने की तो दुल्हन सजी रह गयी।
मामला सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत खेड़ा बुजुर्ग के मजरा फुलवाय का है। गांव निवासी अशरफ अली ने तहरीर देते हुए बताया कि उनकी बेटी की शादी तीन माह पहले पड़ोसी गांव भैंसामई निवासी कयूम से तय हुई थी। कुछ दिन पहले ही कयूम की प्रेमिका सामने आ गई और उसने बताया कि वह कोर्ट मैरिज कर चुका है। इसके बाद उसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कयूम की प्रेमिका ने कुंवरगांव, सिविल लाइंस दोनों थानों में तहरीर भी दी थी। जिससे अशरफ अली ने तय किया कि वह कयूम से बेटी की शादी नहीं करेगा। इसके बाद में कयूम के परिजनों ने बताया कि रिश्ता न तोड़ें।
वह चाहें तो उनके छोटे बेटे तारिफ से बेटी की शादी करा लें। इस पर बात तय हो गई और दस जुलाई को शादी होना तय हुआ। शादी के दिन ही दूल्हे तारिफ और उसके घर वालों ने पांच लाख रुपये और ट्रैक्टर की मांग रख दी। जब यह मांग पूरी करेंगे तो ही बरात लेकर आएंगे तो लड़की के अरमानों पर पानी फिर गया। दुल्हन सजी की सजी रह गई। हाथों की मेहंदी लगी रही लेकिन बारात नहीं आयी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी तारिफ, कय्यूम पुत्र इंतजारउद्दीन व साबिरा पत्नी इंतजारउद्दीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।